Written by– Sakshi Srivastava
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में बिहार को दूसरा AIIMS (ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस) देने की घोषणा की। इस अस्पताल का निर्माण पटना में किया जाएगा और यह राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति लाने वाला है। पीएम मोदी के अनुसार, इस योजना से न केवल बिहारवासियों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि इससे देश की स्वास्थ्य व्यवस्था में भी सुधार होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना के जरिए सरकार ने लगभग सवा लाख करोड़ रुपये बचाए हैं। इसका मुख्य कारण सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और सही तरीके से धन का उपयोग करना है। इससे न सिर्फ मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा, बल्कि लोगों को इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
यह परियोजना बिहार के लोगों के लिए एक बड़ी राहत है क्योंकि यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का संकट अक्सर बना रहता है। AIIMS जैसे संस्थान के बनने से राज्य में चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और कई जीवन बचाए जा सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह बयान दरभंगा और मैथिली भाषा के संदर्भ में था, जिसमें उन्होंने एनडीए सरकार द्वारा मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने का उल्लेख किया। इसके साथ ही उन्होंने झारखंड में मैथिली को दूसरे राजभाषा के रूप में मान्यता देने, और दरभंगा, सीतामढ़ी, और अयोध्या रूट पर अमृत भारत ट्रेन के महत्व को भी बताया। प्रधानमंत्री ने दरभंगा महाराज कामेश्वर सिंह की देश की स्वतंत्रता संग्राम और विकास में भूमिका को भी सराहा और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा, पीएम मोदी ने दरभंगा एम्स और अन्य विकास परियोजनाओं के लिए भी शुभकामनाएं दीं, और अंत में अपने संबोधन को समाप्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में एनडीए सरकार द्वारा मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की उपलब्धि को उजागर किया और झारखंड में इसे दूसरे राजभाषा के रूप में मान्यता देने का उल्लेख किया। उन्होंने दरभंगा, सीतामढ़ी और अयोध्या रूट पर अमृत भारत ट्रेन की मदद की बात की, जो इन क्षेत्रों के विकास में सहायक साबित हो रही है। इसके अलावा, पीएम मोदी ने दरभंगा महाराज कामेश्वर सिंह की स्वतंत्रता संग्राम और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका को भी सराहा। वे काशी के विकास में उनके योगदान को भी मान्यता देते हुए, दरभंगा एम्स और अन्य विकास योजनाओं के लिए सभी को बधाई दी। अंत में, उन्होंने अपना संबोधन समाप्त किया।
इस कदम से यह भी साफ हो गया है कि मोदी सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र को प्राथमिकता देती है और लगातार प्रयास कर रही है कि देश में हर व्यक्ति को अच्छे इलाज की सुविधा मिल सके।