Written by– Sakshi Srivastava
हाल ही में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया, जब एक युवक अपनी मां का इलाज कराने के बाद डॉक्टर से नाराज हो गया और उसे चाकू से गोद डाला। युवक की मां की तबीयत इलाज के बाद बिगड़ गई थी, जिससे वह गुस्से में आकर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टर से तीव्र बहस की, और फिर अचानक चाकू से हमला कर दिया। घटना के बाद डॉक्टर की हालत गंभीर बताई जा रही है, और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी युवक की तलाश जारी है।
आपको बता दें इस वारदात को बुधवार की सुबह को अंजाम दिया गया है जहां चेन्नई के एक सरकारी अस्पताल में एक युवक ने डॉक्टर को सात बार चाकू मारा यह घटना कलाइगनार सेंचुरी अस्पताल के ओपीडी में हुई। वहीं युवक ने डॉक्टर पर आरोप लगाया के उसने युवक की कैंसर पीड़ित मां के लिए गलत दावा लिखी थी जिसकी वजह से उसकी मां की मृत्य हो गई।
इस घटना पर स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा।
स्वास्थ्य मंत्री एम. सुब्रमण्यम ने बताया कि एक वरिष्ठ चिकित्सक, जो हृदय रोग से पीड़ित हैं, पर एक हमले का प्रयास हुआ। इस हमले में चिकित्सक को पेट में कुछ चोटें आईं, और वह पहले से पेसमेकर का इस्तेमाल कर रहे थे। हालांकि, उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है और वह आईसीयू में हैं। आरोपी युवक (26 वर्ष) ने हमला करने के बाद भागने की कोशिश की, लेकिन उसे पकड़ लिया गया और गिंडी पुलिस थाने को सौंप दिया गया। पुलिस के अनुसार, हमलावर ने अपने पास एक छोटा चाकू छिपाकर रखा था।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश ।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसकी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसे हमले नहीं होंगे और डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। स्टालिन ने कहा, “डॉक्टरों की सेवा सराहनीय है और उनकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।” उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के सरकारी डॉक्टर निरंतर नि:स्वार्थ कार्य करते हैं, और मरीजों का इलाज बिना समय की परवाह किए करते हैं। मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि राज्य सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।
इस घटना से यह सवाल उठता है कि इलाज के बाद असंतुष्टि या गुस्सा किसी भी हाल में हिंसा का कारण नहीं बनना चाहिए। अस्पतालों में काम कर रहे डॉक्टरों को सुरक्षा की आवश्यकता है ताकि वे बिना किसी डर के मरीजों का इलाज कर सकें।