
क्रेडिट कार्ड का उपयोग सुविधाजनक और फायदेमंद हो सकता है, लेकिन कुछ सामान्य गलतियां आपको कर्ज के जाल में फंसा सकती हैं और आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकती हैं। निम्नलिखित छह प्रमुख गलतियां हैं, जिनसे आपको बचना चाहिए, जैसा कि विभिन्न स्रोतों और हाल के विश्लेषणों में बताया गया है कई क्रेडिट कार्ड्स के लिए एक साथ आवेदन करना।
एक समय में कई क्रेडिट कार्ड्स के लिए आवेदन करने से आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में बार-बार हार्ड इन्क्वायरी दर्ज होती है, जो आपके क्रेडिट स्कोर को कम कर सकती है। इससे आप “क्रेडिट हंगरी” (credit hungry) दिख सकते हैं, जो लेंडर्स के लिए नकारात्मक संकेत है। सलाह दी जाती है कि नए कार्ड की आवश्यकता का सावधानीपूर्वक आकलन करें और आवेदनों के बीच कम से कम छह महीने का अंतर रखें।
क्रेडिट कार्ड से नकदी निकालना
क्रेडिट कार्ड से एटीएम के माध्यम से नकदी निकालना (कैश एडवांस) महंगा पड़ सकता है। इस पर पहले दिन से ही ब्याज लगता है, साथ ही कैश एडवांस शुल्क भी देना पड़ता है। इसके अलावा, कैश निकालने के बाद की खरीदारी पर ब्याज-मुक्त अवधि (interest-free period) लागू नहीं होती। इसलिए, आपातकालीन स्थिति को छोड़कर, क्रेडिट कार्ड से नकदी निकालने से बचें और यदि निकालें तो जल्द से जल्द चुका दें।
केवल न्यूनतम राशि का भुगतान करना
क्रेडिट कार्ड बिल की केवल न्यूनतम राशि (minimum due) चुकाने से आप लेट पेमेंट फीस और क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव से बच सकते हैं, लेकिन शेष राशि पर भारी ब्याज (45% प्रति वर्ष तक) लगता है। इससे कर्ज बढ़ सकता है, खासकर यदि आप नए ट्रांजेक्शन करते रहते हैं। हमेशा पूरी बकाया राशि चुकाने की कोशिश करें, या लोन को EMI में बदलने या बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प चुनें।
क्रेडिट लिमिट का अधिक उपयोग करना
अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक उपयोग करने से आपका क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आपकी लिमिट 1 लाख रुपये है, तो 30,000 रुपये से अधिक खर्च करने से बचें। इससे आपकी वित्तीय स्थिति स्थिर दिखती है और क्रेडिट स्कोर बेहतर रहता है।
बिल का समय पर भुगतान न करना
क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान समय पर न करने से न केवल लेट पेमेंट फीस लगती है, बल्कि आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब होता है। ऑटो-पे विकल्प का उपयोग करें ताकि बिल समय पर चुक जाए। देरी से भुगतान करने पर बैंक क्रेडिट ब्यूरो को नॉन-पेमेंट की रिपोर्ट भेज सकता है, जिससे भविष्य में लोन लेना मुश्किल हो सकता है।
रिवॉर्ड पॉइंट्स और ऑफर्स को समझने में गलती
कई लोग क्रेडिट कार्ड के रिवॉर्ड पॉइंट्स और ऑफर्स का लाभ नहीं उठाते क्योंकि वे उनके नियम और शर्तों को नहीं समझते। उदाहरण के लिए, कुछ कार्ड्स पर रिवॉर्ड पॉइंट्स को रिडीम करने की प्रक्रिया जटिल हो सकती है। साथ ही, कार्ड अपग्रेड ऑफर्स (जैसे सिल्वर से गोल्ड) पर अतिरिक्त शुल्क लागू हो सकते हैं, जिसके बारे में पहले जानकारी नहीं दी जाती। नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें और ऑफर्स का सही उपयोग करें।
ये गलतियां, जैसे समय पर बिल न चुकाना, लिमिट से अधिक खर्च करना, या कैश निकालना, न केवल आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि आपको कर्ज के जाल में भी फंसा सकती हैं। जून 2024 तक, भारत में क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट के मामले 1.8% तक बढ़ गए, जो दर्शाता है कि लोग इन गलतियों के कारण वित्तीय संकट में फंस रहे हैं। कुछ लोग बिल चुकाने के लिए पर्सनल लोन ले रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो रही है।