
स्पेशल डेस्क
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हाल ही में वाराणसी (काशी) पहुंचकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने नेपाल और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों में हाल की अस्थिरता और हिंसा का हवाला देते हुए कहा कि “भारत को ऐसी स्थिति से बचाने के लिए घोषित रूप से हिंदू राष्ट्र बनना बेहद जरूरी है। यह बयान 13 सितंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन के बाद मीडिया से बातचीत में आया। शास्त्री ने नेपाल में हाल के तख्तापलट और हिंसक प्रदर्शनों को उदाहरण बताते हुए चेतावनी दी कि पश्चिमी और कम्युनिस्ट विचारधाराओं ने नेपाल को हिंदू राष्ट्र की पहचान से वंचित कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप आज वहां अराजकता फैल गई है।
धीरेंद्र शास्त्री बोले नेपाल और बांग्लादेश से सबक
शास्त्री ने कहा, “नेपाल पहले हिंदू राष्ट्र था, लेकिन पश्चिमी और कम्युनिस्ट विचारधाराओं के प्रभाव से इसे हिंदू राष्ट्र से अलग कर दिया गया। आज वहां तख्तापलट और हिंसा हो रही है। बांग्लादेश में भी हिंदुओं पर अत्याचार बढ़े हैं। भारत को इन घटनाओं से सीख लेनी चाहिए। यदि आप नेपाल और बांग्लादेश जैसी स्थिति भारत के राज्यों में नहीं देखना चाहते, तो भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना और वैचारिक क्रांति फैलाना बहुत जरूरी है।”
हिंदू एकता की अपील
उन्होंने जोर देकर कहा कि “किसी भी माता के लिए अपमानजनक शब्द नहीं सहन किया जाएगा। हिंदू एकता ही विश्व शांति का आधार है। सनातन धर्म ही दुनिया को शांति दे सकता है।” “भारत में पड़ोसी देशों जैसी स्थिति पैदा न हो, इसके लिए देश का हिंदू राष्ट्र होना आवश्यक है। हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए सामाजिक समरसता और एकता का संदेश देना जरूरी है।”
शास्त्री ने यह भी स्पष्ट किया कि “जहां भी हिंदू हैं, वहां उन पर अत्याचार हो रहे हैं, इसलिए भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने का संकल्प लेना होगा।नेपाल में क्या हालात हैं?नेपाल में सितंबर 2025 से भ्रष्टाचार, सोशल मीडिया प्रतिबंध और लोकतंत्र की बहाली के खिलाफ शुरू हुए प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुके हैं। प्रदर्शनकारियों ने आगजनी की, जिसमें सुप्रीम कोर्ट की 25,000 से अधिक फाइलें जल गईं।
नेपाल में राजशाही बहाली और हिंदू राष्ट्र की मांग
स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि भारत ने अपने नागरिकों को नेपाल यात्रा स्थगित करने की सलाह दी है।
एक भारतीय महिला उपासना गिल ने वीडियो मैसेज जारी कर मदद की गुहार लगाई, जिसमें हिंसा और आग के बीच फंसे भारतीयों का जिक्र किया। अप्रैल 2025 में भी नेपाल में राजशाही बहाली और हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर आंदोलन हुए थे, जहां राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी ने राजा ज्ञानेंद्र शाह की वापसी की मांग की। हालांकि, संसद में उनका समर्थन सीमित (केवल 14 सीटें) है।
हिंदू राष्ट्र के लिए पदयात्रा का ऐलान
शास्त्री का मानना है कि “नेपाल का हिंदू राष्ट्र न रहना ही इन अस्थिरताओं का कारण है, और भारत को इससे बचना चाहिए। धीरेंद्र शास्त्री ने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने, गोमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने, यमुना सफाई और श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर की स्थापना जैसे मुद्दों पर 7 नवंबर से 16 नवंबर 2025 तक ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ निकालने का ऐलान किया है। दिल्ली से वृंदावन तक (लगभग 140 किमी)।
देशवासियों के हृदय में हिंदू राष्ट्र की भावना जागृत करना। वृंदावन में संतों, धर्माचार्यों और तीर्थपुरोहितों के साथ रणनीति बैठक हो चुकी है। शास्त्री ने कहा, “जब तक ये मांगें पूरी न हों, हमारी यात्रा जारी रहेगी।”
धीरेंद्र शास्त्री कौन हैं ?
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (जन्म 4 जुलाई 1996) बागेश्वर धाम (मध्य प्रदेश) के प्रमुख हैं। वे रामचरितमानस और शिव पुराण की कथाएं सुनाने के लिए प्रसिद्ध हैं। 2023 से वे भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग उठा रहे हैं। जनवरी 2023 में उन्होंने नारा दिया “हमें अपना समर्थन दो, हम हिंदू राष्ट्र देंगे।” वे जगद्गुरु रामभद्राचार्य के शिष्य हैं और अंधविश्वास विरोधी समितियों से विवादों में भी रहे हैं।