
सरल न्यूज़
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में 23 सितंबर को रामलीला मंचन के दौरान एक दुखद घटना घटी। ऐतिहासिक चौगान मैदान में श्री रामलीला के दूसरे दिन, 73 वर्षीय वरिष्ठ कलाकार अमरेश महाजन, जो राजा दशरथ का किरदार निभा रहे थे, मंच पर अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। यह घटना रात करीब 8:30 बजे दशरथ दरबार के दृश्य के दौरान हुई। अमरेश, जो पिछले 40 वर्षों से चंबा की रामलीला में दशरथ और रावण जैसे महत्वपूर्ण किरदार निभाते थे, डायलॉग बोलते समय अचानक एक साथी कलाकार के कंधे पर लुढ़क गए। उनका डायलॉग था, “मैं अपनी प्रजा के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर दूंगा…”। दर्शकों और कुछ साथी कलाकारों को शुरू में लगा कि यह अभिनय का हिस्सा है, लेकिन जब वे नहीं उठे, तो माहौल में हड़कंप मच गया।
साथी कलाकारों ने तुरंत उन्हें उठाकर पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, चंबा पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पंकज गुप्ता ने बताया कि अमरेश की मौत हृदय गति रुकने (हार्ट अटैक) के कारण हुई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें अमरेश का अंतिम प्रदर्शन कैद हुआ।
अमरेश महाजन, जिन्हें शिबू के नाम से भी जाना जाता था, चंबा के मोहल्ला मुगला के निवासी थे। वे चार दशकों से रामलीला में सक्रिय थे और उनकी अभिनय क्षमता दर्शकों को मंत्रमुग्ध करती थी। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस बार अमरेश ने अपने साथियों से कहा था कि यह उनकी आखिरी रामलीला होगी, जो मजाक में कही गई बात सच साबित हुई।
घटना से चंबा में शोक की लहर छा गई। श्री रामलीला क्लब के अध्यक्ष स्वपन महाजन ने कहा कि अमरेश का योगदान अमूल्य था और उनकी मृत्यु क्लब व पूरे शहर के लिए अपूरणीय क्षति है। व्यापार मंडल चंबा के अध्यक्ष वीरेंद्र महाजन ने भी शोक व्यक्त किया। रामलीला का मंचन तत्काल स्थगित कर दिया गया।चंबा में रामलीला की परंपरा 1949 से चली आ रही है, जब लाला संसार चंद महाजन ने पुत्र प्राप्ति की इच्छा से इसकी शुरुआत की थी। अमरेश जैसे कलाकारों ने इस परंपरा को जीवंत रखा। इस घटना ने न केवल चंबा, बल्कि पूरे क्षेत्र में लोगों को झकझोर दिया।