
स्पोर्ट्स डेस्क
एशिया कप के फाइनल में भारत और पाकिस्तान के आमने-सामने होने की संभावना को लेकर जहां क्रिकेट प्रेमियों में उत्साह है, वहीं खिलाड़ियों के बीच व्यवहार को लेकर भी बहस छिड़ गई है।
हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स सामने आई थीं कि भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से बच रहे हैं। इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद और वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत में थरूर ने कहा कि “पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जनता और खिलाड़ियों की भावनाएं पूरी तरह समझी जा सकती हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच हुए आतंकवादी हमलों और सीमा पर लगातार तनाव की वजह से लोगों के मन में गुस्सा होना स्वाभाविक है।
लेकिन थरूर ने जोर देते हुए कहा कि खेल की भावना को राजनीति और सैन्य संघर्ष से अलग रखना चाहिए। उनके अनुसार, जब खिलाड़ी मैदान पर उतरते हैं, तो वे सिर्फ अपनी टीम और देश का प्रतिनिधित्व कर रहे होते हैं, न कि सरकारों या सेनाओं का।
उन्होंने कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच दुश्मनी को कोई नकार नहीं सकता। लेकिन क्रिकेट या किसी अन्य खेल में खिलाड़ियों का व्यवहार खेल भावना पर आधारित होना चाहिए, न कि राजनीतिक या सैन्य टकराव पर। खेल, दरअसल, लोगों को जोड़ने का जरिया है।”
थरूर के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चा शुरू हो गई है। एक ओर जहां कुछ लोग उनकी राय से सहमत नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग मानते हैं कि पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का मेल-जोल उचित नहीं है।