
सरल डेस्क
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज बिहार की महिलाओं को संबोधित करते हुए एक प्रेरणादायक संदेश दिया। ‘शक्ति अधिकार महिला संवाद’ कार्यक्रम में उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे अपनी आंतरिक शक्ति को पहचानें और एकजुट होकर सच्चे सम्मान की मांग करें। प्रियंका ने स्पष्ट किया कि “असली सम्मान चुनावी वादों या थोड़े-बहुत लाभ से नहीं मिलता, बल्कि यह आर्थिक स्वावलंबन, समान अवसरों और सरकार की सक्रिय सहायता से आता है। यह संदेश बिहार विधानसभा चुनावों से ठीक पहले आया है, जहां महिला मतदाताओं की भूमिका निर्णायक मानी जा रही है।
कार्यक्रम कब और कहां हुआ ?
पटना के एक सभागार में आयोजित ‘शक्ति अधिकार महिला संवाद’ कार्यक्रम में प्रियंका गांधी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधन दिया। यह कार्यक्रम बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें राज्य भर से सैकड़ों महिलाएं जुड़ीं।
प्रियंका ने कहा, “अपनी शक्ति पहचानिए… आपकी ताकत समाज को बदल सकती है। लेकिन इसके लिए आपको एकजुट होना होगा। समाज और सरकार को भी आपकी सच्ची शक्ति को समझना होगा।” उन्होंने महिलाओं से सवाल किया कि कौन सा राजनीतिक दल या गठबंधन उन्हें वास्तविक सम्मान दे रहा है।कार्यक्रम में बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, युवा कांग्रेस और महिला कांग्रेस के प्रतिनिधि मौजूद थे। बिहार यूथ कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर इसका प्रचार किया, जहां उन्होंने लिखा, “प्रियंका गांधी जी आ रही हैं, बिहार की बेटियों को सम्मान और समानता की नई शक्ति देने। अब बदलाव तय है।”
‘असली सम्मान’ का मतलब क्या बताया ?
प्रियंका गांधी ने ‘सम्मान’ की परिभाषा को फिर से गढ़ा। उन्होंने कहा:सम्मान का मतलब: “हमारा सम्मान तब होगा, जब हमें हर महीने सही मानदेय मिलेगा। सम्मान तब होगा, जब सरकार हमें पैरों पर खड़े होने के लिए पूरी तरह समर्थन करेगी। सम्मान का मतलब यह नहीं कि चुनाव से पहले 10 हजार रुपये पकड़ा दे दिया जाए।”
उन्होंने बीजेपी और नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना साधा। कहा कि “ये दल महिलाओं को सशक्त बनाने के बजाय केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करते हैं। प्रियंका ने उदाहरण दिया कि बिहार में महिलाओं के लिए कई योजनाएं कागजों पर हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन नाकाम है। उन्होंने महिलाओं को सशक्तिकरण के लिए एकजुट होने का आह्वान किया। कहा, “आपकी आवाज ही आपकी सबसे बड़ी ताकत है। मेहनत की पहचान, आवाज की ताकत और अधिकार का सम्मान—यह सब आपके हाथ में है।”
महिलाओं के मुद्दों पर जोर
यह संदेश बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर महत्वपूर्ण है। कांग्रेस-राजद गठबंधन महिलाओं के मुद्दों पर जोर दे रहा है, जबकि एनडीए पर ‘महिला सशक्तिकरण’ में कमी के आरोप लग रहे हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे पर बहस छिड़ी हुई है, जहां विपक्षी नेता बीजेपी पर ‘मां का अपमान’ करने का आरोप लगा रहे हैं। प्रियंका का यह संदेश महिलाओं को वोटिंग के समय ‘सच्चे सम्मान’ वाले दलों का चयन करने की सलाह देता है।
बिहार यूथ कांग्रेस और सेवादल ने किया प्रचार
बिहार यूथ कांग्रेस और सेवादल ने वीडियो शेयर कर प्रचार किया। एक पोस्ट में लिखा गया, “जब उठेगी हर बहन की आवाज़, तभी बदलेगा बिहार।” अभी तक बीजेपी या जेडीयू की ओर से सीधी प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन स्थानीय स्तर पर इसे ‘चुनावी ड्रामा’ बताया जा रहा है। कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं ने तालियां बजाकर समर्थन जताया।
यह कार्यक्रम कांग्रेस की ‘महिला सशक्तिकरण’ कैंपेन का हिस्सा है, जो बिहार चुनाव में महिलाओं के 50% से अधिक वोट शेयर पर नजर रखे हुए है। प्रियंका गांधी का यह संदेश न केवल बिहार तक सीमित रहेगा, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बनेगा।