
प्रशांत मेहरा
सरल डेस्क
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में हार का असर लालू प्रसाद यादव के परिवार पर भी पड़ गया है। लालू की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य ने शनिवार (15 नवंबर) को राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा की थी। रविवार (16 नवंबर) को उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर एक और भावुक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने परिवार के अंदर हुए कथित अपमान का खुलासा किया। यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी।
रोहिणी ने अपने X हैंडल से यह पोस्ट किया। इसमें उन्होंने हिंदी में लिखा “कल एक बेटी, एक बहन , एक शादीशुदा महिला , एक माँ को जलील किया गया , गंदी गालियाँ दी गयीं , मारने के लिए चप्पल उठाया गया , मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, सच का समर्पण नहीं किया , सिर्फ और सिर्फ इस वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पडी .. कल एक बेटी मजबूरी में अपने रोते हुए माँ – बाप बहनों को छोड़ आयी , मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया.. मुझे अनाथ बना दिया गया ….आप सब मेरे रास्ते कभी ना चलें , किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी – बहन पैदा ना हो।” यह पोस्ट सुबह करीब 11 बजे शेयर किया गया और अब तक लाखों व्यूज और हजारों रिएक्शन बटोर चुका है।
रोहिणी के आरोप अपमान और गालियां
रोहिणी ने दावा किया कि उन्हें “जलील” किया गया, “गंदी गालियां” दी गईं। यह घटना कथित तौर पर शनिवार को हुई, जब वे परिवार के साथ थीं। उन्होंने कहा कि “मारने के लिए चप्पल उठाया गया”। यह आरोप सीधे परिवार के सदस्यों या करीबियों पर लगाया गया है। आत्मसम्मान का मुद्दा “आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया” और “सच का समर्पण नहीं किया”, जिसकी वजह से उन्हें यह बेइज्जती झेलनी पड़ी। घर छोड़ने की मजबूरी “रोते हुए मां-बाप और बहनों को छोड़ आई”, “मायका छुड़वा दिया गया”, “अनाथ बना दिया गया” – ये शब्द उनके दर्द को बयां करते हैं। वे कहती हैं कि मजबूरी में उन्हें परिवार से अलग होना पड़ा। अंत में उन्होंने भावुक अपील की – “आप सब मेरे रास्ते कभी न चलें, किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी-बहन पैदा न हो।” यह उनके गहरे आघात को दर्शाता है।
चुनाव हार का असर
बिहार चुनाव में RJD-महागठबंधन की करारी हार के बाद पार्टी में आंतरिक कलह उभर आई। रोहिणी, जो सारण से 2020 में चुनाव लड़ चुकी हैं और पिता लालू को किडनी दान कर चुकी हैं, ने पहले तेजस्वी यादव, संजय यादव (RJD नेता) और रमीज नेमत (तेजस्वी के करीबी) पर पार्टी में भेदभाव और दबाव बनाने के आरोप लगाए थे। शनिवार को रोहिणी ने लिखा था कि वे “राजनीति से संन्यास” ले रही हैं और “परिवार से अलग” हो रही हैं। उन्होंने कहा कि “संजय यादव और रमीज ने उन्हें “चुप कराने” की कोशिश की, लेकिन वे झुकी नहीं। रोहिणी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव पहले ही पार्टी से निष्कासित हो चुके हैं। अब रोहिणी का यह कदम लालू परिवार में गहरी फूट का संकेत देता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि रोहिणी लालू के राजनीतिक उत्तराधिकार (तेजस्वी को प्राथमिकता) से नाराज हैं।
लालू प्रसाद यादव या तेजस्वी यादव की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार परिवार में तनाव चरम पर है। हालांकि बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने X पर रोहिणी का समर्थन किया। उन्होंने लिखा, “रोहिणी ने लालू को किडनी दान की, लेकिन परिवार ने बेटी के सम्मान को ताक पर रख दिया। तेजस्वी को तरजीह दी गई।” विपक्षी दल इसे RJD की आंतरिक कमजोरी बता रहे हैं, जबकि समर्थक रोहिणी के “साहस” की तारीफ कर रहे हैं।
क्या हो सकता है आगे ?
यह विवाद RJD के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है, खासकर जब पार्टी पहले ही चुनावी हार से जूझ रही है। रोहिणी के अगले कदम पर सबकी नजरें हैं – क्या वे कोई कानूनी कार्रवाई करेंगी या चुप रहेंगी? फिलहाल, यह लालू परिवार का सबसे बड़ा संकट बन चुका है।