
अनिल गुप्ता
दिल्ली डेस्क
नई दिल्ली:- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर भाजपा की रेखा गुप्ता सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण दिल्ली में करोड़ों लोगों की सांसें संकट में हैं और हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने भी इसे स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है, साथ ही नागरिकों को शहर छोड़ने या बाहर निकलते समय N-95 मास्क पहनने की सलाह दी है।
यादव ने बताया कि “दिल्ली के 22 से अधिक क्षेत्रों में AQI लगातार 400 के पार पहुँच रहा है, जबकि राज्य सरकार बिहार चुनाव जीत के जश्न में उलझी है। उन्होंने कहा कि “दिल्ली कांग्रेस ने लोगों की सुरक्षा के लिए शहरभर में मास्क वितरण अभियान चलाया था, लेकिन दिल्ली सरकार के पास अब भी प्रदूषण नियंत्रण की कोई ठोस कार्ययोजना नहीं है। “दिल्ली आज विश्व का नंबर-1 प्रदूषित शहर बन गया है, और भारत की 81.9% आबादी खराब हवा वाले क्षेत्रों में रह रही है,” उन्होंने कहा।
अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की संख्या
यादव ने दावा किया कि “प्रदूषण के कारण राजधानी के अस्पतालों में सांस संबंधी मरीजों की संख्या 30–40% तक बढ़ गई है। जहरीली हवा से लोगों में गला व आंख में जलन, सिरदर्द, थकान, और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण तेजी से बढ़ रहे हैं। 4–7 दिन बाद कई लोगों में तेज खांसी, अस्थमा के लक्षण और गंभीर सांस की समस्याएँ आम होती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मरीजों की बढ़ती संख्या के सामने दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है।
केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना
देवेंद्र यादव ने कहा कि “दिल्ली कांग्रेस पिछले नौ महीनों से मुख्यमंत्री को प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने की चेतावनी दे रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 11 वर्षों में आम आदमी पार्टी और भाजपा ने दिल्ली की जनता को सिर्फ गुमराह किया है और प्रदूषण नियंत्रण में “खोखली घोषणाओं और भ्रष्टाचार” के अलावा कुछ नहीं किया।
उन्होंने यह भी कहा कि “प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा अस्पतालों में ‘चेस्ट क्लीनिक’ स्थापित करने की एडवाइजरी जारी करना बेहद चिंताजनक है। “जब केंद्र सरकार चिंतित है तो राज्य सरकारें क्यों संवेदनशीलता नहीं दिखा रही हैं?” उन्होंने पूछा।
AQI डेटा में हेरफेर का आरोप
यादव ने आरोप लगाया कि “रेखा गुप्ता सरकार एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशनों पर AQI के गलत आंकड़े दिखाकर जनता की सेहत से खिलवाड़ कर रही है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लेते हुए केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जवाब तलब किया है। उन्होंने कहा कि “जब दिल्ली के अधिकांश क्षेत्रों में AQI 400 के पार गंभीर स्तर पर है, ऐसे में सरकार का लापरवाह रवैया जनता के प्रति असंवेदनशीलता को दर्शाता है।