
सरल डेस्क
नई दिल्ली:- लोकसभा में ‘वोट चोरी’ का बदला ‘वोट चोरी’ से – अमित शाह ने राहुल गांधी की ‘हाइड्रोजन बम’ को नेहरू-इंदिरा के ‘जनरेशनल वोट चोरी’ से उड़ा दिया, SIR को ‘अवैध घुसपैठियों की सफाई’ बताते हुए विपक्ष को चेतावनी दी बिहार की तरह बंगाल-तमिलनाडु में भी साफ हो जाओगे !
10 दिसंबर को संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में चुनाव सुधारों पर बहस हुई। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) – जो मतदाता सूची की विशेष गहन संशोधन प्रक्रिया है – पर हमला बोला। उन्होंने अपनी तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस (नवंबर 2025 में हरियाणा, महाराष्ट्र और कर्नाटक चुनावों में ‘वोट चोरी’ के आरोप) का हवाला देते हुए अमित शाह को बहस की चुनौती दी। राहुल ने दावा किया कि SIR के जरिए भाजपा अवैध मतदाताओं को जोड़ रही है और चुनाव आयोग (ECI) को इम्यूनिटी देकर लोकतंत्र को कमजोर कर रही है।
अमित शाह का तीखा पलटवार
इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने 90 मिनट की स्पीच में राहुल के हर आरोप का पॉइंट-टू-पॉइंट खंडन किया, SIR को ‘शुद्ध मतदाता सूची’ बनाने का जरूरी कदम बताया, और विपक्ष को ‘अवैध घुसपैठियों’ को वोट बैंक बनाने का दोषी ठहराया। शाह ने ऐतिहासिक उदाहरणों से कांग्रेस को घेरा – नेहरू से सोनिया गांधी तक ‘वोट चोरी’ के आरोप लगाए। बहस के दौरान राहुल ने बीच में बोलने की कोशिश की, तो शाह ने कहा, “आप मेरी स्पीच का क्रम नहीं तय कर सकते।” विपक्ष ने वॉकआउट किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाह की स्पीच को “असाधारण” बताते हुए ट्वीट किया।
राहुल गांधी का हमला
राहुल ने बहस में कहा “हरियाणा चुनाव में एक घर से 501 वोट पड़े, जो ‘वोट चोरी’ का सबूत है (उनकी 5 नवंबर 2025 की प्रेस कॉन्फ्रेंस का हवाला)। SIR अवैध मतदाताओं को जोड़ने की साजिश है, जो लोकतंत्र को मारने का प्रयास। चुनाव आयुक्तों को पूर्ण इम्यूनिटी देकर भाजपा चुनाव चुरा रही है। अमित शाह से चुनौती “मेरी तीन प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बहस करो।”
राहुल ने कहा, “हम आपके पीछे आएंगे” – यानी कानून को रेट्रोस्पेक्टिव बदलकर जवाबदेही सुनिश्चित करेंगे। अमित शाह का पलटवार शाह ने “SIR को संवैधानिक प्रक्रिया बताया, जो ECI की जिम्मेदारी है (सरकार के अधीन नहीं)। उन्होंने विपक्ष के विरोध को ‘अवैध घुसपैठियों’ को बचाने की साजिश कहा।
राहुल का आरोप…अमित शाह का पलटवार
SIR अवैध वोट जोड़ने की साजिश। SIR मतदाता सूची शुद्ध करने का जरूरी कदम विपक्ष अवैध घुसपैठियों को वोट बैंक बनाए रखना चाहता है। SIR 2003, 2010, 2021 में भी हुआ (कांग्रेस शासन में भी) सुप्रीम कोर्ट ने SIR को सही ठहराया। बिहार में SIR के बाद भाजपा-एनडीए जीती। हरियाणा में 501 वोट एक घर से – ‘हाइड्रोजन बम’। यह ‘फर्जी न्यूक्लियर बम’; ECI ने स्पष्ट किया कि हाउस नंबर 265 एक एकड़ का पैतृक संपत्ति है, जहां कई परिवार रहते हैं। ECI की रिपोर्ट कोई धांधली नहीं राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस नरेटिव बनाने के लिए।
वोट चोरी का आरोप
ECI को इम्यूनिटी। विपक्ष हार के बाद ECI, EVM, SIR को दोष देता है असली वोट चोरी कांग्रेस ने की। नेहरू को 2 वोट मिले, पटेल को 28 – फिर भी नेहरू पीएम बने (‘पहली वोट चोरी’)। इंदिरा ने रिगिंग से चुनाव जीता, खुद को इम्यूनिटी दी। सोनिया पर कोर्ट केस नागरिकता से पहले वोटर बनीं (‘तीसरी वोट चोरी’)।
बहस की चुनौती। “आप स्पीच का क्रम नहीं तय कर सकते 30 साल का संसदीय अनुभव है मेरा।” राहुल को ‘सीरियल ड्रामाटिस्ट’ कहा विपक्ष इतिहास सुनकर गुस्सा होता है, लेकिन बिना इतिहास के आगे कैसे बढ़ें ? लोकतंत्र पर खतरा। लोकतंत्र तब सुरक्षित जब पीएम-सीएम घुसपैठियों से न चुने जाएं विपक्ष ‘घुसपैठिया बचाओ यात्रा’ कर रहा। असम आंदोलन का जिक्र ‘असम की गलियां सूनी हैं’ – कांग्रेस ने घुसपैठियों को बसाया। चेतावनी SIR विरोध करोगे तो बंगाल-तमिलनाडु में बिहार जैसी हार।
परिणाम और विपक्ष की प्रतिक्रिया
शाह ने कहा, “लोकतंत्र में वोटर लिस्ट सही न हो तो चुनाव कैसे साफ ? SIR जरूरी है।” उन्होंने भाजपा के 11 साल के काम (सर्जिकल स्ट्राइक, आर्टिकल 370, राम मंदिर) का जिक्र कर कांग्रेस के शासन से तुलना की। राहुल ने 11 दिसंबर को कहा, “शाह दबाव में थे, हाथ कांप रहे थे, गाली दी। मेरे सवालों का कोई जवाब नहीं।” कांग्रेस ने वॉकआउट किया प्रियंका गांधी ने कहा, “बेगुनाह इतनी सफाई क्यों?” ममता बनर्जी और अखिलेश यादव ने SIR का विरोध किया।
भाजपा ने दी प्रतिक्रिया !
शाह की स्पीच को पीएम मोदी ने “विपक्ष के झूठ उजागर करने वाली” बताया। भाजपा सांसदों ने राहुल को “पार्ट-टाइम पॉलिटिशियन” कहा। “सुप्रीम कोर्ट ने SIR और EVM को सही ठहराया। ECI ने स्पष्ट किया कि “SIR में डुप्लिकेट नाम हटेंगे, नुकसान नहीं। यह बहस लोकतंत्र, चुनावी सुधार और वोट बैंक पॉलिटिक्स पर केंद्रित रही। SIR 2025 में पूरे देश में चलेगा, जो 1.4 करोड़ संभावित डुप्लिकेट नाम हटाने का लक्ष्य रखता है।