आज हम एक्ट 2014 के तहत पटरी पर काम कर रहे लोगों को एक शिकायत पर स्थानीय SHO द्वारा G.T.V हॉस्पिटल से एक्ट 2014 का उल्लंघन करते हुए पथ विक्रेताओं को हटाने को लेकर बात करते हैं
मैं अनिल गुप्ता सरल न्यूज़
आज हम पूर्वी दिल्ली के G.T.V हॉस्पिटल के बाहर पटरी पर काम करने वाले पथविक्रेताओं की बात करेंगे वही आपको बता दें यहां पर पटरी पर काम करने वाले दुकानदार पिछले 20, 22 वर्ष से पटरी पर अपनी दुकानें लगाकर अपने बाल बच्चों का पालन पोषण कर रहे हैं वही इन पटरी वालों के पास हाई कोर्ट से स्टे आर्डर, वेंडिग ऑफ सर्टिफिकेट, भी है इन्हीं पटरी वालों ने प्रधानमंत्री स्वयं निधि योजना के तहत लोन भी लिया है और यही पटरी पर काम करने वाले लोन की हर महीने बैंक की किस्त भी चुका रहे हैं लेकिन बीते दिनों से इन पथ विक्रेताओं को स्थानीय थाने के एसएचओ ने हटा दिया है वही हम अपको बता दें कि जब हमारी बात पथ विक्रेताओं के प्रधान से बात हुई उन्होने बताया हम सभी पथ विक्रेता थाने के SHO से मिले तो उन्होंने हमको बताया की आपकी शिकायत है वहां पर आप लोग ट्रैफिक जाम करते हैं लेकिन पथ विक्रेताओं का कहना है कि हम फुटपाथ के ऊपर काम करते हैं और सड़क पर आरटीवी अवैध ई रिक्शा वाले जाम करते हैं जाम से संबंधित हमारा कोई भी लेना-देना नहीं है हमको तो सिर्फ शिकायत के माध्यम से टारगेट किया जा रहा है वही थाने के SHO ने बताया कि हम आपके सभी कागजातों को एमडी से वेरीफाई करा कर बताएंगे वही हमारी फाइल आई. ओ हारून को दी है। लेकिन हमारी फाइल अभी तक MCD नही पहुंची है अब देखना है यह पथ विक्रेता कब तक बेरोजगारी झेलेंगे।