Written by–Sakshi Srivastava

दिल्ली के रोहिणी इलाके में हुए बम धमाके के मामले में पुलिस ने नया खुलासा किया है। जांच के दौरान पता चला है कि इस ब्लास्ट के पीछे कुछ संदिग्ध लोगों का हाथ है। पुलिस ने टेलीग्राम के जरिए संदिग्धों की बातचीत की डिटेल मांगी है, जिससे मामले की सच्चाई सामने आ सके।
धमाके में कई लोग घायल हुए थे, और इसकी जिम्मेदारी लेने वालों की तलाश जारी है। पुलिस का मानना है कि संदिग्धों के बीच हुई बातचीत से महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है, जो इस मामले को सुलझाने में मदद करेगी। अब देखना होगा कि आगे की जांच में क्या नए तथ्य सामने आते हैं।
दिल्ली के रोहिणी में ब्लास्ट: खालिस्तानी आतंकियों का हाथ होने का दावा
दिल्ली के रोहिणी में हुए बम धमाके के बाद देर रात पाकिस्तान से चलने वाले टेलीग्राम चैनलों पर खालिस्तानी आतंकियों के शामिल होने का दावा किया गया है। टेलीग्राम चैनल ‘जस्टिस लीग इंडिया’ ने इस धमाके से जुड़े सीसीटीवी फुटेज साझा किए हैं और इसके पीछे खालिस्तानी उग्रवादियों का हाथ होने की बात कही है।
यह मैसेज पाकिस्तान से चलने वाले कई अन्य टेलीग्राम चैनलों पर भी फैलाया गया है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए टेलीग्राम मैसेंजर को पत्र लिखकर ‘जस्टिस लीग इंडिया’ चैनल की जानकारी मांगी है। पुलिस की जांच जारी है, और इस मामले में और जानकारी जुटाई जा रही है।
रोहिणी धमाके के बाद जांच में तेजी: सीसीटीवी फुटेज से मदद
प्रशांत विहार, रोहिणी में सीआरपीएफ स्कूल के बाहर रविवार को हुए धमाके के बाद टेलीग्राम पर घटना की सीसीटीवी फुटेज के साथ एक पोस्ट शेयर की गई थी। पुलिस अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से भी जानकारी जुटा रही है, लेकिन टेलीग्राम ने अभी तक दिल्ली पुलिस को कोई जवाब नहीं दिया है।
जांच जारी है, लेकिन अब तक किसी संगठन का नाम सामने नहीं आया है। पुलिस सभी पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस मामले की सच्चाई का पता लगाया जा सके।
दिल्ली में सीआरपीएफ स्कूल के पास धमाका
दिल्ली के प्रशांत विहार में सीआरपीएफ स्कूल के पास रविवार को एक जोरदार धमाका हुआ। इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और इलाके को सील कर दिया है।
धमाके के कारणों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज और अन्य सोशल मीडिया से जानकारी जुटाई जा रही है। अभी तक किसी संगठन ने इस धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन पुलिस सभी संभावनाओं की जांच कर रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच को तेज किया गया है।
विस्फोट के बाद एनआईए और एनएसजी का निरीक्षण
दिल्ली के सीआरपीएफ स्कूल के पास हुए विस्फोट के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और अन्य केंद्रीय एजेंसियों ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) ने इस क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लिया है।
प्रारंभिक जांच में देसी बम के इस्तेमाल से धमाके की संभावना जताई जा रही है। अधिकारियों ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है, ताकि विस्फोट के कारण और सटीक जानकारी हासिल की जा सके।
गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट: रोहिणी में धमाके की जानकारी
गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से रोहिणी में हुए धमाके पर रिपोर्ट मांगी है। पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने बताया कि उन्हें सुबह 7:47 बजे प्रशांत विहार में सीआरपीएफ स्कूल के पास धमाके की सूचना मिली थी। रविवार होने के कारण स्कूल के आसपास बच्चे नहीं थे।
धमाके से स्कूल की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है और वहां एक गड्ढा भी बन गया है। घटनास्थल पर तेज दुर्गंध भी फैल गई थी। पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और अन्य स्थानों पर भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। जांच जारी है और सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है।
एफएसएल टीम ने किया घटनास्थल का निरीक्षण: धमाके में हाई इंटेंसिव एक्सप्लोसिव की आशंका
रोहिणी में हुए धमाके के बाद फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सैंपल लिए। मौके से सफेद पाउडर और कुछ तारनुमा चीजें बरामद की गई हैं। इस दौरान दमकल की गाड़ियां भी घटनास्थल पर पहुंच गईं।
प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि धमाके में हाई इंटेंसिव एक्सप्लोसिव का इस्तेमाल किया गया है और संभवतः यह एक छोटा क्रूड बम हो सकता है। आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की टीम भी मौके पर पहुंच गई है और घटनास्थल को अपने कब्जे में ले लिया है।
एफएसएल टीम के सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में क्रूड बम जैसा मटेरियल मिला है। हालांकि, पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद ही आधिकारिक जानकारी उपलब्ध होगी। जांच अभी जारी है।
13 साल बाद हुआ दिल्ली में ब्लास्ट: एजेंसियां अलर्ट पर
दिल्ली में 13 साल बाद एक बार फिर से बम विस्फोट की घटना सामने आई है। हाल ही में रोहिणी के प्रशांत विहार में हुए धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट हो गई हैं।
इस धमाके ने आतंकवाद के खतरे को एक बार फिर से उजागर किया है। पुलिस और अन्य केंद्रीय एजेंसियों ने सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया है और संभावित खतरों की पहचान के लिए गहन जांच शुरू कर दी है। सभी सुरक्षा बलों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी संभावित हमले को रोका जा सके।
सुरक्षा बलों के अधिकारियों के बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं
रोहिणी में हुए धमाके के घटनास्थल के पास स्थित सीआरपीएफ स्कूल में सुरक्षा बलों के अधिकारियों के बच्चे पढ़ते हैं। इस धमाके ने सुरक्षा बलों के परिवारों के बीच चिंता बढ़ा दी है।
शुक्रवार को स्कूल में कोई गतिविधि नहीं होने के कारण बच्चे वहां मौजूद नहीं थे, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाते हुए अधिकारियों ने स्कूल के आसपास की सुरक्षा को और कड़ा कर दिया है। यह घटना सुरक्षा बलों के प्रति खतरे को दर्शाती है और इससे स्थानीय समुदाय में भी डर का माहौल बना है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले में सक्रियता से काम कर रही हैं।
धमाके के समय 50 मीटर की दूरी पर मौजूद थे 20 लोग
रोहिणी में हुए धमाके के समय घटनास्थल के करीब 50 मीटर की दूरी पर लगभग 20 लोग मौजूद थे। हालांकि, सौभाग्यवश सभी लोग सुरक्षित रहे।
धमाके ने आसपास के क्षेत्र में एक बड़ा डर पैदा कर दिया, और पुलिस ने तुरंत इलाके को सील कर दिया। स्थानीय लोगों में चिंताओं का माहौल है, और सुरक्षा बलों ने सुरक्षा बढ़ा दी है। जांच एजेंसियां अब सभी गवाहों से जानकारी जुटाने में जुटी हैं ताकि मामले की सही स्थिति को समझा जा सके।
