Written by – Sakshi Srivastava

बुलंदशहर में एक जोरदार धमाके ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। धमाके के बाद धुएं का गुबार चारों ओर फैल गया, जिससे लोग घबरा गए और इधर-उधर भागने लगे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और राहत टीम मौके पर पहुंच गई।
गौरतलब है कि धमाके की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। कई लोग घायल हुए हैं, और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बचाव कार्य जारी है, और प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।
इस हादसे ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। लोग अपने प्रियजनों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। यह घटना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है और समाज में भय का माहौल बनाती है। अधिकारियों से उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
बुलंदशहर हादसा: ऑक्सीजन सिलिंडर फटने से जमींदोज हुआ मकान।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में सोमवार रात एक भयानक हादसा हुआ। ऑक्सीजन सिलिंडर के फटने से एक दो मंजिला मकान जमींदोज हो गया, जिससे एक ही परिवार के छह लोगों की जान चली गई। इस हादसे में तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रातभर चले राहत एवं बचाव कार्य के दौरान मलबे में दबे 17 लोगों को निकालने की कोशिश की गई। स्थानीय प्रशासन और बचाव टीम ने मिलकर घटना स्थल पर काम किया, लेकिन स्थिति गंभीर बनी हुई है। यह घटना पूरे इलाके में शोक और चिंता का कारण बन गई है, और लोग सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
बुलंदशहर में ऑक्सीजन सिलिंडर का विस्फोट, बड़ा हादसा 26 लोग दबे।
इस हादसे में एक ही परिवार के 26 लोग मलबे में दब गए। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया, जिसमें बचाव दल मलबे में दबे लोगों को निकालने की कोशिश कर रहा है। हादसे के कारण इलाके में शोक और चिंता का माहौल है।
बुलंदशहर हादसा, विस्फोट में छह लोगों की मौत, बचाव कार्य जारी।
बुलंदशहर के सिकंदराबाद कस्बे में हुए ऑक्सीजन सिलिंडर के विस्फोट में एक परिवार के मुखिया, उनकी पत्नी, बेटी और दो बेटों सहित छह लोगों की जान चली गई। हादसे के बाद फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ के जवानों ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया।
मलबे में दबे 17 लोगों को निकाल लिया गया, लेकिन कुल सात लोग घायल हुए, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य को प्राथमिकता दी है, जबकि इस घटना ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है।
रियाजुद्दीन परिवार की दुखद कहानी।
बुलंदशहर के सिकंदराबाद कस्बे में हुए ऑक्सीजन सिलिंडर के विस्फोट में रियाजुद्दीन का परिवार बुरी तरह प्रभावित हुआ। रियाजुद्दीन, जो लिंटर में शटरिंग का काम करते हैं, की पत्नी रुखसाना की तबीयत कुछ समय से खराब चल रही थी। उन्हें हाल ही में एक निजी अस्पताल से छुट्टी मिली थी और सोमवार शाम को घर लाया गया था।
हादसे के बाद, रियाजुद्दीन और उनका पूरा परिवार इस त्रासदी का शिकार हो गया। उनकी पत्नी और अन्य परिजन इस दुखद घटना में जान गंवा बैठे। यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक गहरा सदमा है, जो सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को उजागर करता है। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और स्थानीय लोग राहत कार्य के प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं।
विस्फोट ने रुखसाना के इलाज को बनाया त्रासदी।
बुलंदशहर के सिकंदराबाद कस्बे में हुए ऑक्सीजन सिलिंडर के विस्फोट ने एक परिवार को बुरी तरह प्रभावित किया। रियाजुद्दीन की पत्नी, रुखसाना, की तबीयत खराब होने पर उन्हें हाल ही में अस्पताल से घर लाया गया था। घर आने के बाद, उन्हें सांस लेने में समस्या होने लगी, जिसके कारण ऑक्सीजन सिलिंडर लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई।
तभी अचानक सिलिंडर में जबरदस्त विस्फोट हो गया, जिससे घर पूरी तरह जमींदोज हो गया। इस हादसे ने रुखसाना और उनके परिवार के लिए एक कठिन समय पैदा कर दिया, और कई लोगों की जान चली गई। यह घटना न केवल रियाजुद्दीन परिवार के लिए बल्कि पूरे इलाके के लिए एक भयानक त्रासदी बन गई है, जो सुरक्षा और सावधानी की आवश्यकता को स्पष्ट करती है। प्रशासन ने राहत कार्य में तेजी लाते हुए जांच शुरू कर दी है।
बुलंदशहर हादसा: एक परिवार का बुरा हाल, छह की मौत।
बुलंदशहर के सिकंदराबाद में ऑक्सीजन सिलिंडर के विस्फोट ने एक परिवार को बुरी तरह प्रभावित किया। रियाजुद्दीन (58) और उनकी पत्नी रुखसाना (45) के साथ उनके चार अन्य परिजन—तमन्ना (24), आस मोहम्मद (24), सलमान (11) और रिजवान की बेटी हिफजा (3)—की इस हादसे में जान चली गई।
राजुद्दीन की एक पुत्रवधू, नसरीन, किसी काम से पड़ोस में गई थीं और वह सुरक्षित हैं। हादसे के समय मलबे में 17 लोग दबे थे, जिन्हें निकालने के लिए देर रात तक बचाव कार्य जारी रहा। तीन लोग गंभीर रूप से घायल हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना स्थल पर डीएम, एसएसपी, एसडीएम और सीओ सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। यह हादसा पूरे समुदाय के लिए एक गहरा सदमा है, जिसने सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने राहत कार्य में तेजी लाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
बुलंदशहर हादसा: विस्फोट की आवाज से सहमे पड़ोसी।
बुलंदशहर के सिकंदराबाद में ऑक्सीजन सिलिंडर के विस्फोट ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। विस्फोट की जोरदार आवाज सुनकर पड़ोसी सहम गए और तुरंत अपने घरों से बाहर निकल आए।
आस-पास के लोगों ने तुरंत घटना की जानकारी पुलिस और बचाव दल को दी। स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य में तेजी से जुटकर मलबे में दबे लोगों को निकालने का प्रयास किया।
इस घटना ने न केवल रियाजुद्दीन के परिवार को प्रभावित किया, बल्कि पूरे समुदाय में भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। लोग इस हादसे के बाद सुरक्षा के प्रति और सतर्क हो गए हैं।
बुलंदशहर हादसा, मलबे से आ रहीं थीं आवाजें।
बुलंदशहर के सिकंदराबाद में ऑक्सीजन सिलिंडर के विस्फोट के बाद मलबे में से मदद की गुहार लगाते लोगों की आवाजें सुनाई देने लगीं। यह दृश्य बेहद दर्दनाक था, जिससे आसपास के लोग और बचावकर्मी तुरंत मदद के लिए जुट गए।
रातभर चले राहत कार्य में फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ की टीमों ने मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए अपनी पूरी कोशिश की। स्थानीय प्रशासन ने भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तेजी से कार्रवाई की।
घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ा पूरा शहर।
बुलंदशहर के सिकंदराबाद में हुए ऑक्सीजन सिलिंडर के विस्फोट ने पूरे शहर को झकझोर दिया। जैसे ही विस्फोट की आवाज सुनाई दी, स्थानीय लोग घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। सभी मदद के लिए आगे आए, और स्थिति को समझने की कोशिश की।
पड़ोसी और स्थानीय निवासी मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए राहत कार्य में शामिल हुए। फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ की टीमों ने भी तेजी से काम करना शुरू किया। घटनास्थल पर कई अधिकारी मौजूद थे, जो राहत कार्य की निगरानी कर रहे थे।
इस घटना ने न केवल रियाजुद्दीन के परिवार को प्रभावित किया, बल्कि पूरे समुदाय को एकजुट कर दिया। लोग अपनी जान की परवाह किए बिना मदद के लिए तत्पर रहे।
बुलंदशहर हादसा, चीत्कार के बीच अपनों को तलाशते रहे लोग।
बुलंदशहर के सिकंदराबाद में ऑक्सीजन सिलिंडर के विस्फोट ने पूरे इलाके में त्रासदी फैला दी। घटनास्थल पर चारों ओर चीत्कार सुनाई दे रही थी, क्योंकि लोग अपने अपनों को मलबे में तलाशने के लिए बेचैन थे।
घटनास्थल पर इकट्ठा हुए लोग आशा और डर के बीच खड़े थे, अपने परिवार के सदस्यों को सुरक्षित निकालने की उम्मीद में। राहत कर्मियों ने जल्दी से मलबे को हटाना शुरू किया, जबकि स्थानीय लोग मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रहे थे।
