Written by – Sakshi Srivastava

हाल ही में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 567 के पार पहुँच गया है, जिससे लोगों की सेहत पर गंभीर खतरा पैदा हो गया है। ऐसे में सरकार ने फैसला लिया है कि 15 साल से पुरानी पेट्रोल गाड़ियों और 10 साल से पुरानी डीजल गाड़ियों को सड़कों से हटाया जाएगा।
विशेषज्ञों के अनुसार, इन पुरानी गाड़ियों से निकलने वाला प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है। आने वाले दो दिनों में प्रदूषण स्तर और बढ़ सकता है, इसलिए सभी नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
इस कदम का उद्देश्य शहरों में हवा की गुणवत्ता में सुधार करना है और नागरिकों को एक स्वस्थ वातावरण प्रदान करना है। सभी वाहन मालिकों से अपील की जा रही है कि वे अपने वाहनों की उम्र और प्रदूषण स्तर पर ध्यान दें।
दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में प्रदूषण बढ़ा: एक्यूआई 318 से 567 तक पहुंचा
दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर रूप से खराब हो गया है। मंगलवार को दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 318 दर्ज किया गया, जबकि जहांगीरपुरी में यह 567 तक पहुंच गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने विभिन्न स्थानों पर वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए 238 स्टेशन स्थापित किए हैं। आंकड़ों के अनुसार, हनुमानगढ़ में AQI 291, भिवानी में 289, रोहतक में 283 और जिंद में 277 दर्ज किया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि 18 स्थानों पर प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में है।
इस स्थिति को देखते हुए, नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की गई है, और स्वास्थ्य पर इसके संभावित प्रभावों को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति: गाजियाबाद की हवा सबसे खराब, ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू
एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिल्ली के बाद गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सबसे खराब रही, जहां AQI 257 दर्ज किया गया। नोएडा में AQI 252, गुरुग्राम में 210, ग्रेटर नोएडा में 183 और फरीदाबाद में 165 रहा।
विशेषज्ञों का कहना है कि खराब हवा में लंबे समय तक रहने से श्वसन संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण लागू कर दिया गया है, जिसका उद्देश्य प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करना है। नागरिकों से अपील की जा रही है कि वे आवश्यक सावधानियां बरतें और बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें।
सोमवार को अधिकतम AQI दर्ज
सोमवार को वायु गुणवत्ता में गंभीर गिरावट आई, जब अधिकतम एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) रिकॉर्ड किया गया। कई क्षेत्रों में AQI खतरनाक स्तर तक पहुंच गया, जिससे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने का खतरा बढ़ गया।
विशेषज्ञों ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे बाहर निकलने से बचें और ज़रूरत पड़ने पर मास्क का उपयोग करें।
