Written by–Anil Gupta
नई दिल्ली, 28 नवम्बर : दिल्ली भाजपा के सांसद श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी एवं सुश्री बांसुरी स्वराज के साथ श्री योगेन्द्र चंदोलिया, श्रीमती कमलजीत सहरावत एवं श्री प्रवीन खंडेलवाल ने आज एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कहा दिल्ली लोकसभा चुनाव के दौरान हमने अपने संकल्प पत्र में हमने आयुष्मान योजना को दिल्ली में लागू कराने का संकल्प लिया था, उसके तहत एक याचिका हाई कोर्ट में डाली गई थी जिस पर अब माननीय कोर्ट ने सुनवाई शुरु कर दी है। प्रेसवार्ता का संचालन मीडिया प्रमुख श्री प्रवीण शंकर कपूर ने किया।
भाजपा 1 दिसम्बर से 7 दिसम्बर के बीच दिल्ली में आयुष्मान योजना लागू करने के लिए सभी वार्डों में चलाएगी सिग्नेचर कैंपेन
सुनवाई के दौरान माननीय कोर्ट ने भी कहा कि कई बार चरमराई दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल किया गया तो पैसा ना होने का बहाना कर केजरीवाल सरकार ने हाथ खड़े कर लिए पर अब क्यों नही पैसा स्वीकार रही है
दिल्ली सरकार के अस्पतालों में ना पैथोलोजिक जांच की पूरी सुविधा है और ना ही किसी प्रकार के एक्स रे आदि की सुचारू सुविधा
दिल्ली सरकार के 1680 बेड के इंद्रा गांधी अस्पातल में आज ई.सी.जी. की मशीन तक उपलब्ध नहीं है
पंजाब में भी आम आदमी पार्टी की सरकार है जहां 26 नवम्बर 2024 तक 35 लाख लोग इस योजना का लाभ ले चुके है लेकिन दिल्ली में इसे ना जाने क्यों नहीं लागू किया जा रहा है
अब विस्तार से जानते है पांचों सांसदों ने दिल्ली सरकार के लिए क्या–क्या कहा।
श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा के अंदर अरविंद केजरीवाल के सामने मनीष सिसोदिया ने विधानसभा में खुद आयुष्मान भारत योजना दिल्ली में लागू करने की घोषणा की पर आज तक लागू नही की है।
उन्होंने कहा कि भाजपा विधायकों ने बार बार दिल्ली विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया कि दिल्ली में आयुष्मान योजना को लागू किया जाए लेकिन अपने राजनीतिक द्वेष के कारण उन्होंने लागू नहीं किया। चुनाव के बाद इस योजना को लागू करने के लिए दिल्ली के सातो सांसदों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जिस पर आज हाई कोर्ट ने दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है।
श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी ने ऐलान किया कि आयुष्मान योजना दिल्ली में लागू हो उसके लिए दिल्ली में एक दिसम्बर से सात दिसम्बर के बीच सिग्नेचर कैंपेन चलाया जाएगा और घर-घर जाकर वरिष्ठ नागरिकों के हस्ताक्षर लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हर वार्ड के विभिन्न स्थानों पर कैंप लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने पहले भी कहा था कि भाजपा की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट मीटिंग में आयुष्मान योजना को लागू करने का फैसला लिया जाएगा और आज फिर दोहराते हैं।
आयुष्मान योजना को दिल्ली में लागू करने के लिए कोर्ट में भाजपा का पक्ष रख रहीं नई दिल्ली से सांसद सुश्री बांसुरी स्वराज ने कहा कि चुनाव के दौरान हम सभी सांसदों ने अपने मेनिफेस्टों में यह कहा था कि हम दिल्लीवालों को आयुष्मान योजना से वंचित नहीं होने देंगे और इसके लिए हम सभी ने माननीय हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी जिस पर हाई कोर्ट ने नोटिस जारी किया है और 11 दिसम्बर की सुनवाई की अगली तारीख तय की गई है।
सुश्री बांसुरी स्वराज ने कहा कि सुनवाई के दौरान माननीय हाई कोर्ट के जज ने कहा था कि ऐसे कई बार मौका आया है जब दिल्ली की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराती हुई नजर आई है और हर बार दिल्ली सरकार अपने पास पैसा ना होने का बहाना कर हाथ खड़े कर देती है। माननीय कोर्ट ने पूछा की दिल्ली की केजरीवाल सरकार आयुष्मान योजना जैसी योजना को दिल्ली में लागू नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि मार्च 2024 में तत्कालीन स्वास्थ मंत्री श्री मंनसुख मंडविया ने कहा था कि केन्द्र सरकार हर साल 47 करोड़ रुपये प्रति वर्ष दिल्ली को देने के लिए तैयार है और अगर दिल्ली में आयुष्मान योजना लागू होती है तो इससे दिल्ली के 30 लाख से अधिक बुजुर्ग लोगों को लाभ मिलेगा।
सुश्री बांसुरी स्वराज ने कहा कि 29 अक्टूबर 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरे देश को एक तोहफा दिया जब 70 वर्ष के ऊपर वाले वरिष्ठ नागरिकों की इस आयुष्मान योजना का लाभ देने की बात कही। लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपनी वेदना व्यक्त करते हुए कहा था कि बंगाल और दिल्ली अकेले दो राज्य है जिन्होंने आयुष्मान योजना लागू करने से मना कर दिया जबकि देश के 36 में से 33 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेश में यह योजना लागू है। इतना ही नहीं तमिलनाडू, केरला, आंध्रप्रदेश में भाजपा की सरकार ना होने के बाद भी आयुष्मान योजना लागू है।
इन्ही सब को संज्ञान में लेते हुए हाई कोर्ट ने आज दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है। मैं उनसे एक बार फिर से निवेदन कर रही हूं कि अब तो केजरीवाल जी को जागना चाहिए और अपनी राजनीतिक हठधर्मी के कारण इसे लागू ना करने की जिद छोड़ देनी चाहिए।
सांसद श्री योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा कि दिल्ली सरकार पर हमने हमेशा दवाब बनाया कि दिल्ली में आयुष्मान योजना लागू की जाए लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इसे विधानसभा पटल पर रखने के बाद वह उसे भूल गए और भाजपा विधायकों की मांग के बाद भी इसे लागू नहीं किया गया। अरविंद केजरीवाल ने हर मामले की तरह इस मामले में भी दिल्ली के लोगों को ठगने का काम किया है। पीएम श्री नरेन्द्र मोदी ने जब 70 साल के ऊपर के वरिष्ठ नेताओं को इसका लाभ मिलने की बात कही तो उसमें उन्होंने दिल्ली के लोगों से माफी मांगी जिन्हें इसका लाभ नहीं मिल रहा है।
श्री योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में ना जांच की सुविधा है और ना ही किसी प्रकार विशेष सुविधा है। मेरे संसदीय क्षेत्र में दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले चार अस्पतालों में ना ही पर्याप्त डॉक्टर हैं और ना ही उनमें कोई विशेष सुविधा। मरीज काफी परेशान है और नकली दवाईयों का केस हमेशा आते रहते हैं। इसलिए हमने जो आज कैंपेन के बारे में बताया है उसमें पार्टी के सांसद, विधायक., निगम पार्षद और अन्य पदाधिकारी सभी भाग लेंगे।
सांसद श्रीमती कमलजीत सहरावत ने कहा कि लगातार स्वास्थ्य मॉडल का डंका पीटने वाले केजरीवाल एक भी अस्पताल दिल्ली में नहीं खोल पाए। मेरे संसदीय क्षेत्र में दिल्ली सरकार के तीन अस्पताल हैं और इसमें ना ही एम्बुलेंस है और ना ही पर्याप्त बेड। 1680 बेड का इंदिर गांधी अस्पातल में आज तक ई.सी.जी. जैसी छोटी मशीन तक नही है। आयुष्मान भारत योजना जो हर व्यक्ति को अधिकार देती है कि वह किसी भी अस्पताल में इलाज करा सके आखिर क्यों केजरीवाल इसको रोक रखा है।
उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली सरकार से सवाल किया है कि अगर आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है तो केन्द्र सरकार से सहयोग लेने में क्या तकलीफ है। दिल्ली के सातों सांसद दिल्ली में इस योजना को लागू कराकर ही रहेंगे। क्या अपनी राजनीति के लिए अरविंद केजरीवाल को सोच इतनी छोटी हो गई है वह दिल्लीवालों की हित नहीं चाहते हैं।
सांसद श्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना को लागू करने से संबंधित केस में माननीय हाई कोर्ट द्वारा दिल्ली सरकार को भेजे गए नोटिस में अब कुछ बातें स्पष्ट हो जाएगी क्योंकि दिल्ली सरकार को जवाब देना पड़ेग कि आखिर वह क्यों आयुष्मान योजना को लागू नहीं कर रही।
उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है जहां 26 नवम्बर 2024 तक 35 लाख लोग इस योजना का लाभ ले चुके है और दिल्ली में जहां उनकी पार्टी की सरकार है तो यहां क्यों नहीं लागू किया गया है। दिल्ली में 79 प्राइवेट अस्पताल है जिसमें आयुष्मान योजना लागू की जा सकता है लेकिन यहां के लोगों से अरविंद केजरीवाल को दुश्मनी है और वह दिल्ली वालों भला नहीं चाहते। अरविंद केजरीवाल दिल्ली वालों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं।