
सरल डेस्क
नई दिल्ली:- नोटबंदी (8 नवंबर 2016) को पूरे 9 साल बीत चुके हैं, लेकिन पुराने 500 और 1000 रुपये के नोटों का अवैध कारोबार अभी भी जारी है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हाल ही में शालीमार बाग मेट्रो स्टेशन के पास एक बड़ी कार्रवाई की, जिसमें दो कारों से 3.5 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के अमान्य नोट बरामद हुए। यह नकदी देखकर खुद पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। दिल्ली के शालीमार बाग मेट्रो स्टेशन का गेट नंबर 4। यहां मेट्रो स्टेशन के बाहर ही कारों में नकदी लोड की जा रही थी।
10 दिसंबर (बुधवार) को छापेमारी हुई। कुल नकदी 3,59,08,000 रुपये (लगभग 3.59 करोड़) के पुराने 500 और 1000 के नोट। ये नोट बैगों में भरे हुए थे, जो दो कारों में ढोए जा रहे थे। दो वाहन जब्त किए गए, जिनका इस्तेमाल नोटों की ढुलाई के लिए हो रहा था।
कितनी हुई गिरफ्तारियां
चार आरोपी पकड़े गए, जिनकी पहचान इस प्रकार है हर्ष (22 वर्ष), रोहिणी, सेक्टर 25, दिल्ली। टेक चंद ठाकुर (39 वर्ष), रोहिणी, दिल्ली। लक्ष्य (उम्र अज्ञात), दिल्ली। विपिन कुमार (38 वर्ष), फीरोजशाह रोड, मूल निवासी हिमाचल प्रदेश। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि शालीमार बाग मेट्रो स्टेशन के पास एक गिरोह पुराने नोटों की अदला-बदली कर रहा है। सूचना की पुष्टि के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने जाल बिछाया और आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया।
गिरोह कैसे काम कर रहा था ?
आरोपी लोग पुराने नोटों को उनकी फेस वैल्यू (असली मूल्य) के बहुत कम दाम पर (जैसे 10-20% कीमत पर) बेचते या खरीदते थे। वे लोगों को झूठा भरोसा दिलाते थे कि ये नोट भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) में जमा करके नए नोटों में बदले जा सकते हैं। लेकिन RBI ने नोटबंदी के बाद इन नोटों को पूरी तरह अमान्य घोषित कर दिया था, और अब इन्हें बदलना संभव नहीं है। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्हें पता था कि यह अवैध है, लेकिन जल्दी पैसा कमाने के लालच में वे इस धंधे में लगे थे। यह गिरोह नोटबंदी के समय छिपाए गए नोटों का काला कारोबार चला रहा था। कुछ रिपोर्ट्स में संकेत मिला है कि ये नोट नकली भी हो सकते हैं या पुराने स्टॉक से आ रहे हैं, लेकिन पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस की प्रतिक्रिया और आगे की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस के डीसीपी (क्राइम) ने बताया कि यह बरामदगी नोटबंदी के बाद भी सक्रिय अवैध गिरोहों को उजागर करती है। पुलिस अब पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है, ताकि स्रोत (नोट कहां से आ रहे हैं) और अन्य सदस्यों का पता लगाया जा सके। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश, स्पेसिफाइड बैंक नोट्स एक्ट के उल्लंघन और अन्य IPC धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। एक आरोपी की फरवरी 2026 में शादी होने वाली थी, लेकिन अब वह तिहाड़ जेल की राह पर है।
3 करोड़ के पुराने नोट बरामद
कुछ रिपोर्ट्स में उत्तरी दिल्ली के वजीरपुर इलाके का भी जिक्र है, जहां इसी तरह 3 करोड़ के पुराने नोट बरामद हुए। यह शायद वही घटना है या जुड़ी हुई, क्योंकि जांच जारी है। वजीरपुर से नोटों की आवाजाही शालीमार बाग की ओर हो रही थी। यह घटना साबित करती है कि नोटबंदी के बावजूद कुछ लोग इन अमान्य नोटों का दुरुपयोग कर रहे हैं, जो अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है।
यह कार्रवाई नोटबंदी की सफलता को फिर से रेखांकित करती है, लेकिन अवैध कारोबार के अवशेषों को खत्म करने की जरूरत पर भी जोर देती है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें पुराने नोटों के सौदे की जानकारी हो, तो तुरंत रिपोर्ट करें। मामले की जांच जारी है।